इस जहां से उस जहां तक बात कहनी चाहिए।
खामोशी मे कहकशां की बात कहनी चाहिए।।
खामोशी मे कहकशां की बात कहनी चाहिए।।
जिंदगी बोझिल बनेगा गर जुबां सिल कर रहें।
दोस्तों से खुल के दिल की बात कहनी चाहिए।।
दोस्तों से खुल के दिल की बात कहनी चाहिए।।
ख्वाब सारे दिल मे ही रह जाएंगे होकर दफन।
इस जमीं पर आसमां की बात कहनी चाहिए।।
इस जमीं पर आसमां की बात कहनी चाहिए।।
प्यार तेरा गैर के आंगन ना बिखरे चांदनी।
महजबीं से इश्क की हर बात कहनी चाहिए।।
महजबीं से इश्क की हर बात कहनी चाहिए।।
सोच मत तू क्या बनेगा, क्या बदल पाएगा तू।
गर्दिशों मे हौसलों की बात कहनी चाहिए।।
गर्दिशों मे हौसलों की बात कहनी चाहिए।।
धुप्प अंधेरा हर तरफ हैरान क्यूं है 'शैल' तू।
उलझनों मे फ़ैसलों की बात कहनी चाहिए।।
उलझनों मे फ़ैसलों की बात कहनी चाहिए।।
© प्रकाश रंजन 'शैल'।
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