सरे राह यूं ही जो सपने दिखाए
जो जीवन सफर के थे रस्ते बताए
मै तंग गलियों की डगर देखता हूं
मै थक कर तुम्हें बेखबर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
जो जीवन सफर के थे रस्ते बताए
मै तंग गलियों की डगर देखता हूं
मै थक कर तुम्हें बेखबर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
तेरे देह की वो मादक सी खुशबू
तेरे नाजुक लबों से लाली चुराना
मै आहों के अपनी असर देखता हूं
कि चाहत के अपनी कसर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
तेरे नाजुक लबों से लाली चुराना
मै आहों के अपनी असर देखता हूं
कि चाहत के अपनी कसर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
जो दिल मे तुम्हारे फरेबों का घर हो
मेरे दिल मे तुमको खोने का डर हो
मै बेमेल दिल का सफर देखता हूं
हूं अदना मुसाफिर शहर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
मेरे दिल मे तुमको खोने का डर हो
मै बेमेल दिल का सफर देखता हूं
हूं अदना मुसाफिर शहर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
वो पल मे तेरा अपनी रंगत बदलना
वो मिलना, बिछड़ना, जीवन मे बढना
मै खंजर से घायल जिगर देखता हूं
के मरने की अपनी उमर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
तेरे इश्क़ की इक नजर देखता हूं।।
वो मिलना, बिछड़ना, जीवन मे बढना
मै खंजर से घायल जिगर देखता हूं
के मरने की अपनी उमर देखता हूं
तेरे इश्क की मैं नजर देखता हूं।
तेरे इश्क़ की इक नजर देखता हूं।।
प्रकाश रंजन 'शैल'।
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